उत्तराखंड सरकार ने रविवार को राज्य के चमोली जिले के बाढ़ की चपेट में आने के बाद पर्यटकों को बिना किसी डर के राज्य में पर्यटन करने की अपील की है। राज्य के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने पर्यटकों से अपील करते हुए कहा, "चमोली आपदा का प्रभाव मुख्य रूप से रैनी गांव से लेकर विष्णु प्रयाग तक ही है और इस क्षेत्र में कहीं और कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। खतरा टल गया है और अब सब कुछ सामान्य है।" उन्होंने कहा कि अब डरने की बिल्कुल जरूरत नहीं है। सतपाल महाराज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को तत्काल प्रभाव से राज्य की मदद के लिए धन्यवाद भी दिया। उन्होंने कहा कि सरकार की मदद से चलाए जा रहे रेस्क्यू आपरेशन ने कई लोगों की जान भी बचाई है। सतपाल ने कहा कि मई में होने वाली चार धाम यात्रा का हिंदू तीर्थ स्थलों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। सरकार का कहना है कि यह आपदा से मई में होनी वाली चार धाम यात्रा प्रभावित नहीं करेगी। चार धाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रविनाथ रमन ने कहा, "तीर्थयात्रा के लिए केदारनाथ और बद्रीनाथ में महत्वपूर्ण निर्माण कार्यों पर काम करना शुरू कर दिया गया है।" आपको बता दें कि बीते रविवार को उत्तराखंड के चमोली जिले में ऋषिगंगा घाटी में ग्लेशियर टूटने के बाद से अफरा-तफरी का माहौल हो गया था। इस आपदा के कारण अलकनंदा और इसकी सहायक नदियों में अचानक विकराल बाढ़ आ गई थी। हालांकि आपदा के तुरंत बाद से एनडीआरएफ और आईटीबीपी की टीमें बचाव के काम में लग गई थीं।